खेलो इंडिया
देश में खेल एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए तथा खेलों के स्तर को ऊपर उठाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 31 जनवरी, 2018 को इसकी शुरुआत की, जो 5 साल के लिए 2018-2022 के अंतर्गत दिल्ली में कई स्थानों पर आयोजित किये जाएंगे। इस कार्यक्रम का एक लक्ष्य यह भी है कि स्वस्थ जीवन शैली के साथ गतिशील जनसंख्या का निर्माण किया जा सके।
खेल के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम को भारत के युवा मामलों और खेल मंत्रालय ने खेलो इंडिया को लॉन्च किया। जो राजीव गाँधी खेल अभियान को खेलो इण्डिया के साथ विलय कर एक प्रोग्राम बनाया गया । इन खेलो में 10-18 वर्ष के(लड़कों और लड़कियों) के लिए 16 प्रकार के खेलों को शामिल किया गया है।
खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत 10 से 18 साल तक के करीब 20 करोड़ बच्चों को राष्ट्रीय शारीरिक फिटनेस अभियान में शामिल किया जाएगा। खेल मंत्रालय ने खेलो इंडिया के तहत हर साल 1000 प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन करने का फैसला किया है जिनमें से प्रत्येक को 8 साल तक 5-5 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान कराई जाएगी, जिससे प्रतिस्पर्धी खिलाड़ियों की श्रृंखला का निर्माण होगा जो विश्व स्तर पर जीत हासिल करने के लिए मुकाबला करेंगे।
खेलो इंडिया की सफलता के लिए आवश्यक है कि लोगों को इसके प्रति जागरुक किया जाए तथा धरातल पर इसके क्रियांवयन को सुनिश्चित किया जाए। इस प्रकार खेलो इंडिया अभियान के जरिए से देश के पिछड़े तथा आर्थिक रुप से कमजोर युवाओं को भी अपना कौशल दिखाने का एक सुनहरा मौका मिलेगा तथा आने वाले दिनों में विश्वस्तरीय खिलाड़ी होंगे, जिससे दुनिया में हमारा नाम होगा।
Thanku
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