भारतमाला परियोजना
परिचय
भारतमाला परियोजना एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना हैं ,जसकी सुरूआत भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 31 जुलाई 2015 को किया, इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जाएगा जो अब तक अधूरे हैं। इसमें सीमा और अंतर्राष्ट्रीय संयोजकता वाले विकास परियोजना को शामिल किया गया है। जो सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं जिसके प्रमुख नितिन गडकरी जी हैं।
उद्देश्य
इस परियोजना का उद्देश्य बंदरगाहों और सड़क, राष्ट्रीय गलियारों (नेशनल कॉरिडोर्स) को ज्यादा बेहतर बनाना और राष्ट्रीय गलियारों को विकसित करना इसके अलावा पिछडे इलाकों, धार्मिक और पर्यटक स्थल को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए जाएंगे। चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के बीच संयोजकता बेहतर की जाएगी। भारतमाला परियोजना के तहत राजमार्ग की कुल लंबाई 51,000 किलोमीटर होगी जिसपर 5.35 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
भारतमाल पारियोजन के पहले चरण के तहत नई सड़क की कुल लंबाई 34,800 किलोमीटर होगी जिसे 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
लाभ
इससे लगभग संपूर्ण भारत में एक बहुत ही सुंदर सड़क नेटवर्क का खाका तैयार हो पाएगा एवं शहरों और कस्बों में इंटर कनेक्टिविटी बेहद सुगम हो पाएगी।वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्गों पर माल ढुलाई वाहनों का औसत गति 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की है। लेकिन भारतमाला परियोजना की संपन्न होने पर राष्ट्रीय राजमार्गों पर इन वाहनों की औसत गति 75 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक होने की उम्मीद है।
निष्कर्ष
भारत में परिवहन परिदृश्य बहुत तेजी से बदल रहा और देश के विकास में बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में है इस काम में भारतमाला सड़क परियोजना बहुत महत्वपूर्ण योगदान देगी।
Thanku
No comments:
Post a Comment