EKLAVYA CAMPUS
परिचय
उड़ान का मतलब है, 'उड़े देश का आम नागरिक। इस योजना की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र जी ने 27अप्रैल, 2017 को शिमला से नई दिल्ली के बीच पहले विमान सेवा से किये। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य हवाई उड़ान को छोटे शहरों तक पहुंचाना और इसे किफायती और सस्ता बनाना है। यह योजना 10 वर्षों के लिए लगभग 4.5 करोड़ की राशि आवंटित की गई है।
मुख्य भाग
यह भारत के उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आता है। इस योजना के तहत ग्राहकों को 500 किमी की दूरी एक घंटे में तय कराई जायेगी, जिसकी टिकट की क़ीमत 2500 रूपए होगी। इस योजना के तहत देश के 43 शहरों को विमान से जोड़ने के साथ ऐसे लगभग 12 एअरपोर्ट भी जुड़े जायेंगे, इसके साथ 31 ऐसी जगहें सक्रीय हो पाएंगी, जहाँ एअरपोर्ट तो है किन्तु उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। इस स्कीम में 128 रूट और 5 ओपरेटरों को शामिल किया गया है। चुने गए एयरलाइन ऑपरेटरों को सामान जहाजों में न्यूनतम 9 और अधिकतम 40 सीटें रियायती दरों पर एवं 50% सीटें बाजार मूल्य पर आधारित होगी।
लाभ
यह योजना रियायत, कनेक्टविटि और विकास सुनिश्चित करने में कारगार सिद्द होगी। इससे व्यापार बढने के साथ वाणिज्य तथा पर्यटन का विकास संभव हो पाएगा। यह योजना स्टार्ट अप एयरलाइंस को नए कारोबार के अवसर प्रदान करेगी।
चुनौतियां
इसमें नौकरशाही के नियंत्रण, तमाम प्रतिबंधों, कृत्रिम एकाधिकार और क्रॉस सब्सिडी (जिसकी वजह से अक्षमता आ सकती है), बढ़े हुए किराये और विधिक चुनौतियों का भय हमेशा कायम रहेगा।
निष्कर्ष
उड़ान योजना की सफलता भारतीय क्षेत्रीय, शहरों तथा राज्यों को एक सूत्र में बांधने में मदद करेगा। हवाई यात्रा की किफायती उड़ान आम नागरिकों के हवाई सफर के सपने को पूरा करेगा। ऐसी योजनाओं से संतुलित क्षेत्रीय विकास करना संभव होगा, जो सुनहरे भविष्य की ओर इशारा करता है।
Thanku
No comments:
Post a Comment